Tuesday, January 11, 2011

कार्टून- बड़े आदमी का खत

     पहले सेमेस्टर के बाद कॉलेज की छुट्टियां हुई। सेमेस्टर एग्जाम से पहले मेरे कॉलेज आइआईएमसी ने हमारी क्लास में उपस्थिति के प्रतिशत की जानकारी का लेटर हमारे घर भेजा। मैं जब घर गया तो घरवालों ने कहा- 'ये क्या है रे? कॉलेज क्यों नहीं जाता है, तेरी क्लास में उपस्थिति कम है।' पापा ने कहा- 'यही नाम कर रहा है क्या दिल्ली जाकर! हमें तुम्हारे कॉलेज के प्रोफेसर डॉ. आनंद प्रधान का  लेटर आया था।'
मैंने कहा- कहां है लेटर? मैंने उत्सुकता और खुशी के साथ लेटर पढ़ा और घरवालों से कहा- आपको तो लेटर पाकर खुश होना चाहिए! एक तो अरसे बाद कोई लेटर आया है। इतने बड़े आदमी ने आपको लेटर लिखकर आपके सकुशल होने की खैर-खबर ली। इतने दिनों बाद लेटर पढ़कर तो आपको खुश होना चाहिए। मेरे कारण एक तो आपको लेटर आया और वो भी इतने बड़े आदमी का। भारतीय डाक वालों का भी भला हुआ, वरना आजकल डाक से कितने कम लेटर भेजता है कोई।

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